स्मार्ट तरीके से पढ़ाई कैसे करें

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हमने कई बार देखा है कि कुछ विद्यार्थी दिन का अधिकतम समय पढ़ाई में व्यतीत करते है। फिर भी वे क्लास में टॉप के नंबर नहीं ला पाते। जबकि कुछ विद्यार्थी पढाई और खेल में समान समय देते है, फिर भी अन्य लोगों से आगे निकल जाते है। तो सवाल यह उठता है कि इन दोनों परिस्थितियों में फर्क कहां है। यह फर्क हम बताते है। सफलता उसी को मिलती है जो मेहनत सही दिशा में और सही तरीके से कर रहा है। यह नियम पढ़ाई के मामले में भी उतना ही सही है जितना और मामलों में! सफलता के लिए केवल ज्यादा पढाई काफी नहीं है। सफलता पाने के लिए “स्मार्ट” तरीके से पढाई करनी जरुरी है जो आपको पढ़ाई के साथ साथ खेलकूद जैसे अन्य कार्यो के लिए भी समय उपलब्ध कराएं। स्मार्ट तरीके से पढ़ाई करने से आप कम समय में ज्यादा चीज़े याद रख पायेंगे और आपका मन और शरीर प्रफुल्लित रहेंगे।

पढ़ाई करने के स्मार्ट तरीके

क्लास में सबसे आगे बेठें

कुछ संशोधनों में पाया गया है कि आगे बैठने वाले विद्यार्थियों के परिणाम पीछे बैठने वाले विद्यार्थियों से बेहतर होते है। आगे बैठने से आप शिक्षक द्वारा बोले गए शब्द अच्छी तरह से सुन पायेंगे और बोर्ड पर लिखी गई जानकारियाँ भी साफ़ तौर पर देख पायेंगे। आगे बैठने से आपकी एकाग्रता बनी रहती है जिससे बाद में यही विषय फिर से पढ़ते वक्त काफी सारा समय बच जाता है।

एक दिन में दो से ज्यादा विषय पढ़ें

एक ही कार्य करते रहने से उस कार्य से मन उब जाता है और एकाग्रता कम होती जाती है। इस लिए एक ही विषय पूरा दिन पढ़ने की बजह 3-4 विषय पढ़ें। इससे आपके दिमाग को थोड़े थोड़े समय में बदलाव मिलता रहेगा और आपकी दिलचस्पी भी बनी रहेगी। आप दिन के घंटो को अलग अलग विषयों के लिए बाँट सकते है।

एक ही विषय को अलग अलग तरीकों से पढ़े

पढ़ी हुई चीजों से सुनी हुई चीज़े ज्यादा अच्छी तरह से याद रहती है। और सुनी हुई चीजों से देखी हुई चीजें बेहतर याद रहती है। इस लिए हर विषय को अलग अलग माध्यमों से पढ़ना चाहिए। क्लास में शिक्षक से सीखने के बाद आप उसके बारे में अलग अलग पुस्तकों से पढ़ सकते है। उसी विषय के बारे में आप इन्टरनेट के माध्यम से अन्य शिक्षकों के लेक्चर भी सुन सकते है। कई विषय ऐसे होते है जिसके बारे में प्रैक्टिकल के विडियो Youtube पर मिल जाते है। इन्हें जरुर देखे। इस तरह से आप विषय को और गहराई से समझ पायेंगे और लंबे समय तक याद रख पायेंगे।

बार बार पुनरीक्षण करे

एक ही चीज़ को बार बार दोहराने से उसे याद रखना आसान हो जाता है। केवल परीक्षा के पूर्व पढाई करना सही तरीका नहीं है। आप महत्त्व के विषयों को हर रोज पढ़ सकते है। इससे बिना अधिक मेहनत किये आसानी से वह आपको याद रह जाएगा। और याद रखें कि बिना पुनरीक्षण के सीखी हुई चीजें बहुत जल्दी दिमाग से निकल जाती है।

नोट्स बनाए

क्लास में या घर पर पढ़ते समय हमेशा अपने पास एक नोटबुक और पेन रखे। पढ़ते वक्त जो भी विषय महत्त्वपूर्ण लगे उसे नोट कर लें। इससे आपके पास एक बढ़िया संक्षिप्त नोट्स बन जायेंगे जिसे आप पुनरीक्षण में उपयोग कर सकते है।

पढ़ते समय संक्षिप्त रूप उपयोग करे

कई सारे मुद्दों की सूची याद रखना मुश्किल होती है। लेकिन अगर आप उन मुद्दों को संक्षिप्त रूप दे दें तो उनको याद रखना आसान हो जाएगा।

उदहारण : हार्ट अटैक में दी जाने वाली दवाइयां Morphine, Oxygen, Nitrates और Aspirin है। इन दवाइयों के नाम के पहले अक्षर लेकर उन्हें MONA से भी याद रख सकते है!

हर विषय को समझने की कोशिश करें

कभी भी किसी विषय को बिना समझे रटने की कोशिश नहीं करनी चाहिए। रटने की बजाय आपको इस विषय को समझने में ज्यादा समय देना चाहिए। इससे आपको यह विषय अपने आप याद रह जाएगा। अगर कोई चीज़ समझ में न आये तो शिक्षक या मित्र के पास जाने से हिचकिचाएं नहीं।

सही खुराक लें और नियमित व्यायाम करें

दिमाग तभी शत प्रतिशत काम कर सकता है जब शरीर स्वस्थ हो। इसी लिए स्वास्थ्यप्रद खुराक जैसे कि हरी सब्जियां, फल, मछली, अंडे या दाल खाएं। नियमित रूप से कम से कम आधे से एक घंटा व्यायाम करें।

थोड़ा समय मनोरंजन के लिए निकाले

पूरा दिन पढ़ते रहने से दिमाग की याद रखने की क्षमता कम हो जाती है। इसकी बजाय आप हर रोज एक या दो घंटे अपने पसंदीदा खेल या टीवी प्रोग्राम के लिए निकाल सकते है। हकीकत में एक घंटे की पढाई के बाद एक ब्रेक लेना चाहिए। इससे आप बिना थके लंबे समय तक पढ़ सकते है।

भले ही यह छोटे छोटे सुझाव हो। लेकिन इनका असर उपयोगी साबित हो सकता है। उम्मीद है कि आप इन सुझावों को अपनाएंगे और “स्मार्ट पढाई” से अपनी मनचाही सफलता हासिल करेंगे।

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