कम पढ़ो लेकिन स्मार्ट पढ़ो

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जब से बच्चे होश सम्हालते हैं, उनके माता-पिता इसी बात पर ज़ोर डालते हैं की बच्चों का अधिक से अधिक समय पढ़ाई में बीते। अगर कोई बच्चा पढ़ाई में न लगाकर अपना समय किसी और काम में लगाता है तो उसे माता-पिता का ही नहीं, अभिभावकों का भी क्रोध झेलना पड़ता है। गरज यह की आपको बच्चा हर समय पढ़ता हुआ दिखाई दे। लेकिन क्या आप जानते हैं की अब समय बदल गया है। अब ज़ोर इस बात पर नहीं है की बच्चा अधिक से अधिक समय में पढ़ाई करता है, बल्कि वो कितना पढ़ कर उसे समझता है और याद रखता है। दूसरे शब्दों में कहें की कम पढ़ो लेकिन स्मार्ट पढ़ो तो गलत नहीं होगा। अब इसके बाद आप यह सोच सकते हैं की ऐसा कैसे होगा। तो आइये बताते हैं की ऐसा आप कैसे कर सकते हैं:

  1. छोटे-छोटे समय में पढ़ो:

सुबह से शाम तक किताबें लेकर बैठने से तो अच्छा है की थोड़े-थोड़े समय के लिए पढ़ाई से ब्रेक ले लें। इससे पढ़ते समय जो दिमाग पर ज़ोर पढ़ता है उसमें कमी आती है और आपका मस्तिष्क तरोताजा महसूस करता है। पढ़ाई के बीच का 15-20 मिनट का ब्रेक आपकी पढ़ाई का नुकसान नहीं बल्कि आपकी पढ़ाई की गाड़ी को स्पीड दे सकता है।

  1. पढ़ाई का निश्चित स्थान हो:

आप जहां भी बैठ कर पढ़ाई कर रहे हों, वो जगह शांत और तरह-तरह की बाधाओं से मुक्त होनी चाहिए। किसी तरह का फालतू शोर नहीं और आवाजें नहीं होंगी तो आप अच्छी तरह से मन और ध्यान लगाकर पढ़ाई कर सकेंगे। इसलिए अपने पढ़ने की जगह खास होनी चाहिए, घर का आँगन नहीं।

  1. पहचान और याद में अंतर करें:

पढ़ते समय इस बात का ध्यान रखें की कुछ याद करने के लिए किसी सहारे की ज़रूरत तो नहीं है। इस परेशानी से बचने के लिए आप अपने आप ही छोटे-छोटे क्विज़ बनाकर उनके जवाब देंगे तो सरलता से सब कुछ याद रह सकेगा।

  1. छोटे-छोटे नोट्स बनाएँ:

स्मार्ट पढ़ाई करने के लिए यह बहुत ज़रूरी है की आप जो कुछ भी पढ़ रहे हैं उसके छोटे-छोटे नोट्स बना लें। इससे एक तो आपका पढ़ा हुआ हमेशा याद रहेगा और रिविज़न में भी आसानी होगी।

  1. जो पढ़ा है उसे पढ़ाएँ :

शायद आपको हंसी आएगी, लेकिन सच्चाई यही है की आप अगर अपना पढ़ा हुआ किसी दूसरे को पढ़ाएंगे तो आप अपने पाठ को कभी भी भूल नहीं पाएंगे। और इसी प्रक्रिया में आपके मन में अगर पहले कोई शंका होगी तो उसका भी समाधान हो जाएगा ।

  1. टेक्स्ट बुक्स को ज़रूर पढ़ें:

अपनी टेक्स्ट बुक्स को कभी नज़रअंदाज़ न करें। उनके शब्दों को और पाठों को हमेशा ध्यान से पढ़ें । इससे आपको पाठ बहुत सरलता से समझ भी आएगा और याद भी रहेगा।

इस प्रकार आप अपने अध्ययन को स्मार्ट तरीके से करेंगे तो निश्चय ही आपके माता-पिता आपसे लंबे समय तक पढ़ने के लिए नहीं कह सकेंगे। स्मार्ट तरीके से की गई पढ़ाई समय आने पर हमेशा साथ देती है। लेकिन लंबे समय तक हाथ में ली गई किताब ने वास्तव में कुछ दिया हो, यह ज़रूरी नहीं है ।

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