6 बड़े बैंक घोटालेबाज, जिन्होंने हिला कर रख दी देश की अर्थव्यवस्था

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बैंकों के कर्ज का बोझ कैसा होता है, इस बात का अंदाजा सिर्फ इस आंकड़े से ही लगाया जा सकता है, कि भारत में हर साल करीब 15,168 किसान आत्महत्या करते हैं, वो भी कर्ज के बोझ तले दब कर। बैंकों के भारी ऋण ना चुका पाने के बाद भारत के किसान के पास केवल एक ही उपाय बचता है और वो है आत्महत्या। वहीं दूसरी ओर देश के कुछ बड़े- बड़े व्यापारी घराने भी हैं, जो बैंकों से लोन लेते भी है और धोखाधड़ी उजागर होने के बाद बड़े आराम से खुद को दिवालिया घोषित कर विदेश भाग जाते हैं। किसानों की तुलना में इनके कर्ज कई गुना ज्यादा होते हैं, लेकिन आज तक कभी किसी बड़े बिजनेसमैन ने तो खुदकुशी नहीं की। बैंक घोटालों की बात की जाए तो एक रिपोर्ट के मुताबिक साल 2017 में पहले नौ महीने में आईसीआईसीआई बैंक में धोखाधड़ी के करीब 455, स्टेट बैंक ऑफ़ इंडिया में 429, स्टैंडर्ड चार्टर्ड बैंक में 244 और एचडीएफ़सी बैंक में 237 मामले पकड़े गए हैं। आइए जानते हैं देश के अब तक के 6 सबसे चौंका देने वाले बैंकिंग घोटालों के बारे में, जिन्होंने देश के आर्थिक व्यवस्था को हिला कर रख दिया है।

पीएनबी घोटाला (नीरव मोदी- मोहुल चोकसी)
देश के दूसरे सबसे बड़े बैंक पंजाब नेशनल बैंक में हुआ ये घोटाला अब भी मीडिया की सुर्खियों में छाया हुआ है। जिसमें देश के जाने- माने हीरा कारोबारी नीरव मोदी पीएनबी से करीब 11,300 करोड़ रुपये के लोन से जुड़े केस में फंसे हुए हैं। इस मामले की जांच ईडी और सीबीआई कर रही है। बैंक का दावा है कि नीरव, उनके भाई निशाल, पत्नी अमी और चोकसी ने बैंक के अधिकारियों के साथ साज़िश रची और उसे नुकसान पहुंचाया। ये सभी डायमंड आर यूएस, सोलर एक्सपोर्ट और स्टेलर डायमंड्स में पार्टनर हैं। इस घोटाले को देश में अब तक का सबसे बड़ा बैंक घोटाला बताया जा रहा है।

किंगफिशर एयरलाइंस घोटाला (विजय माल्या)
किंगफिशर एयरलाइंस, कैलेंडर और बीयर के मालिक विजय माल्या का नाम भी इस लिस्ट में सबसे पहले लिया जाता है। विजय माल्या पर आईडीबीआई और अन्य इंडियन बैंक का 9,000 करोड़ रुपए बकाया है। विजय माल्या को भारत में भगोड़ा भी घोषित कर दिया गया है। फिलहाल विजय माल्या लंदन में रह रहा है। 2 मार्च 2016 को देश छोड़कर गायब होने वाले विजय माल्या के प्रत्यर्पण की तमाम कोशिशें अब भी जारी हैं।

विनसम ग्रुप घोटाला (जतिन मेहता)
5 साल पहले हीरा कारोबार से संबंध रखने वाले जतिन मेहता के विनसम ग्रुप ने भी भारतीय बैंकों को एक बड़ा झटका दिया था। उस वक्त ये फेमस डायमंड हाउस दर्जन भर बैंकों का बकाया नहीं चुका पाया। विनसम ग्रुप पर 2012 की पहली तिमाही तक करीब 4617 करोड़ रुपए के घोटाले का आरोप था। स्टैंडर्ड चार्टर्ड बैंक के अंडरटेकिंग पर दर्जन भर से ज्यादा बैंकों ने विनसम को 6,800 करोड़ रुपये का कर्ज दिया था। इसमें पीएनबी ने सबसे ज्यादा 1,800 करोड़ दिए थे। फिलहाल जतिन मेहता देश से फरार बताए जा रहे हैं।

बिपिन वोहरा
कोलकाता के उद्योगपति बिपिन बोहरा पर कथित तौर पर फर्जी दस्तावेजों के सहारे सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया से 1400 करोड़ रुपए का ऋण लेने का आरोप लगा।

रोटोमैक घोटाला (विक्रम कोठारी)-
रोटोमैक पेन कंपनी के मालिक विक्रम कोठारी पर बैंक ऑफ बड़ोदा समेत सात बैंकों के 3695 करोड़ रुपए कर्ज ना चुका पाने का आरोप है। सीबीआई के मुताबिक ये घोटाला साल 2008 से चल रहा था।

नीलेश पारेख
साल 2017 में कोलकाता के बिजनेस टाइकून नीलेश पारेख को सीबीआई ने मुंबई के एयरपोर्ट से गिरफ्तार कर लिया। नीलेश पारेख पर 20 बैंकों के 2,223 करोड़ रुपए का चूना लगाने का आरोप है। इस मामले में सीबीआई ने बैंक ऑफ़ महाराष्ट्र के एक ज़ोनल मैनेजर और सूरत की एक प्राइवेट कंपनी के डायरेक्टर के ख़िलाफ़ केस दर्ज किया।

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