15th October – World Students’ Day and Dr Kalam’s Birthday

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15th October - World Students' Day and Dr Kalam's Birthday
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डॉ एपीजे अब्दुल कलाम, जो कि भारत के महान वैज्ञानिकों में से एक हैं और जो भारत के पूर्व राष्ट्रपति भी रह चुके हैं, उनके जन्मदिवस यानी कि 15 अक्टूबर के दिन World Students’ Day मनाया जाता है। 15 अक्टूबर का यह दिन स्टूडेंट्स के लिए वाकई बेहद महत्वपूर्ण है, क्योंकि डॉ कलाम स्टूडेंट्स के लिए अपने जीवन में हमेशा समर्पित नजर आये और जहां भी वे गये, स्टूडेंट्स से मुखातिब होकर उनके साथ अपने ज्ञान को बांटते नजर आये। जब संयुक्त राष्ट्र संघ ने वर्ष 2010 में 15 अक्टूबर को Dr. Abdul Kalam की birth anniversary के अवसर पर World Students’ Day मनाये जाने की घोषणा की थी तो उस दिन हर भारतीय का सिर गर्व से ऊंचा हो गया था। इस 15 अक्टूबर को Dr Kalam के Birthday के अवसर पर यह आर्टिकल डॉ कलाम के साथ सभी स्टूडेंट्स को समर्पित है।

World Students’ Day पर क्या होता है?

World Students’ Day के दिन स्कूलों और कॉलेजों में कई प्रकार के कार्यक्रमों, प्रतियोगिताओं और गतिविधियों का संचालन होता है, जिनमें निबंध लेखन, भाषण, वाद-विवाद, सामूहिक चर्चा आदि शामिल होते हैं। नाटकों और सांस्कृतिक कार्यक्रमों के जरिये डॉ कलाम को याद किये जाने के अलावा स्टूडेंट्स को राष्ट्रनिर्माण में अपनी भूमिका निभाने हेतु प्रेरित किया जाता है। World Students’ Day 2022 के अवसर पर फिर से विज्ञान प्रदर्शनी और विज्ञान मेले आदि के जरिये स्टूडेंट्स के अंदर विज्ञान व प्रौद्योगिकी के प्रति रुचि विकसित किये जाने का प्रयास स्कूलों और कॉलेजों में होगा। पोस्टर और बैनर आदि बनाकर भी स्टूडेंट्स इस दिन को मनाते हुए नजर आयेंगे।

डॉ कलाम के बारे में

डॉ कलाम मिसाइल मैन के नाम से पूरी दुनिया में विख्यात रहे हैं। 15 अक्टूबर, 1931 को तमिलनाडु में जन्मे डॉ कलाम ने एक वैज्ञानिक और इंजीनियरिंग के साथ देश के 11वें राष्ट्रपति का पद संभालते हुए भी करोड़ों दिलों पर राज किया। भले ही 27 जुलाई, 2015 को वे सभी को अलविदा कहकर चले गये, लेकिन अपने पीछे जो मार्ग वे स्टूडेंट्स के लिए छोड़ गये, उसके लिए 15 अक्टूबर का दिन Dr. Kalam के honour में celebrate किया जाता है। यह स्टूडेंट्स के लिए किसी त्योहार से कम नहीं है।

आदर्श छात्र कैसे बनें?

वैज्ञानिक सोच के साथ आधुनिक विचारधारा के समर्थक डॉ कलाम बता गये कि आदर्श छात्र आखिर कैसे बना जा सकता है। World Students’ Day 2012 के अवसर पर आदर्श छात्र बनने के लिए यहां हम आपको उनके बताये गये मार्ग के बारे में बता रहे हैं:

  • खुद को औसत से असाधारण तक विकसित करने वाला और किताबी ज्ञान से ऊपर उठकर व्यावहारिकता को अपनाने वाला ही आदर्श छात्र बन सकता है। साथ ही जो कुछ भी करने की सोच हो, उसमें खुद के साथ समाज और देश की बेहतरी भी जरूर छिपी होनी चाहिए।
  • Dr Kalam के Birthday के अवसर पर स्टूडेंट्स यह भी जान लें कि डॉ कलाम के अनुसार आदर्श छात्र अच्छे चरित्र और आदतों को विशेष महत्व देते हैं, क्योंकि इससे वे अपने समय का सदुपयोग कर पाते हैं।
  • आदर्श छात्र बनने के लिए जरूरी है कि बुरे विचारों को कभी भी अपने जीवन में शामिल न करते हुए अनुशासित जीवन बिताया जाए।
  • अपना अधिकतम समय ज्ञान अर्जित करने में बिताना ही आदर्श छात्र की निशानी है, क्योंकि सफलता के दरवाजे केवल ज्ञान से ही खुल सकते हैं।

परिवार, समाज और देश में छात्रों की भूमिका

परिवार, समाज और देश की जिम्मेवारी आज के छात्रों पर ही टिकी है, क्योंकि आगे चलकर उनका आचरण ही निर्धारित करेगा परिवार, समाज और देश किस दिशा में आगे बढ़ेंगे। Dr. Abdul Kalam की Birth Anniversary के अवसर पर हम आपको बता रहे हैं कि इसके लिए छात्रों का पूरी ईमानदारी के साथ अपने दायित्वों को निभाना और कुछ बातों का पालन करना जरूरी है:

  • सभ्य और जिम्मेवार नागरिक बनें।
  • हमेशा जरूरत में पड़े लोगों की मदद करें।
  • दूरदर्शी बनें।
  • सामाजिक सौहार्द्र को हमेशा बनाये रखें।
  • नेतृत्व करने में कुशल हों।
  • स्त्रियों और बच्चों के साथ बुजुर्गों के प्रति स्नेह की भावना रखें।

World Students’ Day 2022 पर डॉ कलाम के प्रमुख उद्धरण

Dr. Kalam के honour में celebrate किये जाने वाले World Students’ Day के अवसर डॉ कलाम के कुछ प्रमुख उद्धरणों को यहां हम याद कर रहे हैं:

  • यदि आप चाहते हैं कि आपके सपने साकार हों तो इसके लिए सबसे पहले आपको सपने देखने की आदत डालनी होगी।
  • ज्ञान, जुनून और करुणा से ही महान शिक्षकों का जन्म होता है।
  • कौशल और विशेषज्ञता के साथ अच्छा इंसान बनाना ही शिक्षा का मूल उद्देश्य है।
  • भविष्य में सफलता केवल रचनात्मकता से ही पाई जा सकती है। बच्चों में रचनात्मकता लाने के लिए सबसे बेहतर जगह प्राथमिक शिक्षा के अलावा और कोई नहीं हो सकती।
  • किसी भी देश को भ्रष्टाचार से मुक्त होने और एक सुंदर राष्ट्र बनने के लिए तीन प्रमुख लोगों की जरूरत पड़ती है, जो पिता, मां और शिक्षक हैं।
  • शिक्षा वास्तव में एक ऐसी चीज है जो इंसानों की गरिमा को बढ़ाने के साथ-साथ आत्मसम्मान भी बढ़ाती है।

डॉ कलाम के बारे में अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न

Q- डॉ एपीजे अब्दुल कलाम का बर्थडे कब आता है?

  • डॉ एपीजे अब्दुल कलाम का जन्मदिन प्रतिवर्ष 15 अक्टूबर को आता है।

Q-डॉ एपीजे अब्दुल कलाम का बर्थडे किस रूप में मनाया जाता है?

  • डॉ एपीजे अब्दुल कलाम का बर्थडे ‘वर्ल्ड स्टूडेंट डे’ के रूप में मनाया जाता है.

Q-डॉ अब्दुल कलाम का जन्म कब और कहां हुआ था?

  • डॉ कलाम का जन्म 5 अक्टूबर 1931 को रामेश्वरम (तमिलनाडु) के धनुषकोडी गाँव में हुआ था।

Q- 15 अक्टूबर को किसका बर्थडे होता है?

  • 15 अक्टूबर को भारत के मिसाइल मैन डॉ एपीजे अब्दुल कलाम जी का जन्मदिन मनाया जाता है।

Q-डॉ कलाम का बचपन कैसा था?

  • डॉ कलाम पढ़ने में बहुत तेज थे उनका बचपन बहुत संघर्ष भरा था, उन्हें बचपन में पढ़ाई के साथ-साथ स्टेशन में अख़बार बेचने का कार्य भी करना पड़ता था। वे परिवार में सबके दुलारे थे जिस वजह से उन्हें माँ का प्यार और अपने मामा का विशेष संरक्षण प्राप्त था।

Q-डॉ अब्दुल को मिसाइल मैन क्यों कहते हैं?

  • डॉ कलाम ने भारत के लिए ‘मिसाइल” और “लांच व्हीकल टेक्नोलॉजी” का विकास किया था। जिस वजह से भारत इस तकनीकी में आत्मनिर्भर बन गया था। इसी के साथ ही उन्होंने परमाणु हथियार कार्यक्रमों के विकास में अग्रणी भूमिका निभाई थी।

Q-डॉ अब्दुल कलाम क्यों प्रसिद्ध है?

  • डॉ अब्दुल कलाम भारत के मुख्य मिसाइल, परमाणु तथा अंतरिक्ष वैज्ञानिक थे। उन्होंने भारत के 11वें राष्ट्रपति के रूप में कार्य किया था।

Q-डॉ एपीजे अब्दुल कलाम कितनी बार राष्ट्रपति बने?

  • डॉ एपीजे अब्दुल कलाम केवल एक बार भारत के राष्ट्रपति बने।

Q-डॉ एपीजे अब्दुल कलाम कौन से राष्ट्रपति बने?

  • डॉ एपीजे अब्दुल कलाम देश के ग्यारहवे राष्ट्रपति थे।

Q-डॉ कलाम अपने भाषण के अंत में क्या संदेश देते थे?

  • डॉ कलाम अपने भाषण के अंत में अपने अंदर के आत्मविश्वास को जगाने उसे पाने का सन्देश देते थे। उनका मानना था कि मानव असीमित संभावनाओं के साथ जन्म लेता है , यदि हम अपने अंदर यह आत्मविश्वास पैदा कर ले तो हम अपने सभी सपनो को पूरा कर सकते हैं। ‘आई विल फ्लाई’ में उन्होंने इन बातों को उजागर किया है।

Q-क्या डॉ अब्दुल कलाम शाकाहारी थे?

  • जी, डॉ कलाम विशुद्ध रूप से पूर्ण शाकाहारी थे।

Q-डॉ अब्दुल कलाम ने कितनी मिसाइल बनाई थी?

  • ब्रह्मोस, पृथ्वी , अग्नि, त्रिशूल, आकाश, नाग सहित अनेक मिसाइलों को कलाम साहब के मार्गदर्शन में बनाया गया है।

Q-डॉ एपीजे अब्दुल कलाम का पूरा नाम क्या था?

  • डॉ एपीजे अब्दुल कलाम का पूरा नाम अवुल पकिर जैनुल्लाब्दीन अब्दुल कलाम था।

Q-डॉ एपीजे अब्दुल कलाम ने कौन कौन सी पुस्तकें लिखी?

  • कलाम शाहब ने अपने विचारों को इन किताबों में उतरा था -‘इण्डिया 2020 ए विज़न फ़ॉर द न्यू मिलेनियम’, ‘माई जर्नी’ तथा ‘इग्नाटिड माइंड्स- अनलीशिंग द पॉवर विदिन इंडिया।

Q-डॉ एपीजे अब्दुल कलाम की ऑटो बायोग्राफी का नाम क्या है?

  • डॉ एपीजे अब्दुल कलाम जी की आत्मकथा का नाम ‘विंग्स ऑफ फायर: एन आटोबायोग्राफी ऑफ एपीजे अब्दुल कलाम’ था। जिसका सह लेखक कलाम सर के असिस्टेंट अरुण तिवारी ने किया था।

Q-डॉ कलाम भारत सरकार ने कौन कौन पदकों से सम्मानित किया गया है?

डॉ कलाम को भारत सरकार ने अनेक वैज्ञानिक पुरस्कारों के साथ -साथ देश के प्रमुख नागरिकता पुरस्कारों से भी सम्मानित किया था। जो इस प्रकार से हैं।

  • 1997 भारत रत्न
  • 1990 में पद्म विभूषण का
  • 1981 में पद्म भूषण

Q-डॉ कलाम के किस जन्मदिन को संयुक्त राष्ट्र द्वारा विश्व विद्यार्थी दिवस के रूप में मनाया गया था?

  • डॉ कलाम के 79वें जन्मदिन को संयुक्त राष्ट्र द्वारा विश्व विद्यार्थी दिवस के रूप में मनाये जाने का निर्णय किया था।

Q-भारत की सबसे पावरफुल मिसाइल कौन सी है?

  • भारत की सबसे पावरफुल मिसाइल ब्रह्मोस है। इसकी गिनती विश्व के प्रमुख खतरनाक हथियारों में की जाती है।

Q-विंग्स ऑफ फायर का संदेश क्या है?

  • ‘विंग्स ऑफ फायर: एन आटोबायोग्राफी ऑफ एपीजे अब्दुल कलाम,’ हमे सपनो को जीना और उन्हें सच करना सिखाती है।

Q-डॉ कलाम की के प्रमुख सन्देश कौन से हैं?

  • इससे पहले कि सपने सच हों आपको सपने देखने होंगे।
  • अगर तुम सूरज की तरह चमकना चाहते हो तो पहले सूरज की तरह जलो।
  • विज्ञान मानवता के लिए एक खूबसूरत तोहफा है, हमें इसे बिगाड़ना नहीं चाहिए।
  • सपने वो नहीं है जो आप नींद में देखे, सपने वो है जो आपको नींद ही नहीं आने दे।
  • महान सपने देखने वालों के महान सपने हमेशा पूरे होते हैं।
  • हमें हार नहीं माननी चाहिए और हमें समस्याओं को खुद को हराने नहीं देना चाहिए।
  • अपने मिशन में कामयाब होने के लिए, आपको अपने लक्ष्य के प्रति एकचित्त निष्ठावान होना पड़ेगा।

निष्कर्ष

World Students’ Day 2022 के अवसर पर डॉ कलाम के विचारों को यदि स्टूडेंट्स अपने जीवन में आत्मसात कर लें तो निश्चित तौर पर भारत को आने वाले समय में फिर से विश्वगुरु बनने से कोई रोक नहीं सकता, क्योंकि इतिहास गवाह है कि भारत में क्रांतिकारी बदलाव लाने का काम आगे चलकर स्टूडेंट्स ने ही किया है।

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