स्नातक होते ही प्रत्येक भारतीय युवा का सपना एक अच्छी सी सरकारी नौकरी प्राप्त करना होता है। एक चमचमाती गाड़ी और एक अच्छा कार्यालय में काम करना स्वतन्त्रता पूर्व ब्रिटिश शासन हो या उसके बाद का नवनिर्मित समाज में हर युवा की ज़िंदगी का लक्ष्य रहा है। युवा वर्ग के इस आकर्षण को बनाए रखने के लिए 1919 में ब्रिटिश शासन ने प्रशासन की व्यवस्था अच्छी तरह से करने के लिए एक सार्वजनिक आयोग की स्थापना की सिफ़ारिश करी। इस आयोग का उद्देशय सरकार के लिए कुशल और योग्य अधिकारियों का चयन करना था। 1926 में इस सिफ़ारिश को अमली जामा पहनाया जा सका और लोकसेवा आयोग की स्थापना हो गई। स्वतन्त्रता के बाद भी इस आयोग की उपयुक्तता को समझा गया और प्रशासनिक भर्तियों में निष्पक्षता को बनाए रखने के लिए इस आयोग को स्वायत्ता देने पर बल दिया गया। इस प्रकार संघ लोक सेवा आयोग का अस्तित्व सामने आया। इसके बाद वर्ष भर विभिन्न प्रकार की परीक्षाओं के माध्यम से राजपत्रित और गैर राजपत्रित अधिकारियों की नियुक्ति संबंधी प्रक्रिया का कृयंवन करता है।
यूपी.एस.सी क्या करती है :
मुख्य रूप से संघ लोक सेवा आयोग भारतीय सरकार के विभिन्न प्रशासनिक विभागों में समूह ए और समूह बी पर कर्मचारियों की नियुक्ति करती है। इसके लिए आयोग द्वारा विभिन्न प्रकार की परीक्षाओं का आयोजन करती है।
यूपी.एस.सी की परीक्षा से मिलने वाली नौकरी:
जो युवा यूपी.एस.सी द्वारा आयोजित परीक्षाओं को उत्तीर्ण करते हैं, उन्हें विभिन्न सरकारी और सार्वजनिक विभागों में समूह ए और समूह बी में नौकरी मिल सकती हैं।
समूह ए (राजपत्रित):
सरकारी नौकरी में समूह ए में कार्य करने वाले सभी सरकारी अधिकारी राजपत्रित पद के अधिकारी माने जाते हैं। यह सभी अधिकारी सरकारी मंत्रालय और विभिन्न विभागों के प्रमुख के रूप में पदस्थापित होते हैं। इनके पास भारत के राष्ट्रपति और राज्य प्रमुख की ओर से सरकारी मोहर को इस्तेमाल करने का अधिकार होता है।
समूह बी (राजपत्रित) :
यूपी.एस.सी द्वारा चुने गए यह अधिकारी राज्य नागरिक सेवा के अधिकारी होते हैं। प्रबंधकीय क्रम में समूह बी के अधिकारी मध्यम स्तर के अधिकारी होते हैं।
समूह बी (गैर राजपत्रित):
इनके पास समूह ए के अधिकारियों की भांति सरकारी मोहर को इस्तेमाल का अधिकार नहीं होता है।
यूपी.एस.सी द्वारा आयोजित विभिन्न परीक्षाओं को उत्तीर्ण करने से समूह ए और समूह बी में मिलनी वाली नौकरी की सूची इस प्रकार है :
समूह ए :
- भारतीय प्रशासनिक सेवा
- भारतीय पुलिस सेवा
- भारतीय विदेश सेवा
- भारतीय राजस्व सेवा
- कस्टम सेवा
- लेखा एवं अंकेक्षण सेवा
- सूचना सेवा
- नागरिक लेखा सेवा
- कॉर्पोरेट विधि सेवा
- भारतीय व्यापार सेवा
- रक्षा संपत्ति सेवा
- भारतीय आयुध निर्माण सेवा
- डाक सेवा
- डाक एवं संचार तथा लेखा और वित्त सेवा
- रेलवे लेखा सेवा
- रेलवे व्यक्तिगत सेवा
- रेलवे ट्रैफिक सेवा
- रेलवे सुरक्षा सेवा
समूह बी (राजपत्रित और गैर राजपत्रित)
- सशस्त्र बल नागरिक सेवा
- दिल्ली, अंडमान, निकोबार द्वीप नागरिक सेवा
- दिल्ली, अंडमान, निकोबार द्वीप पुलिस सेवा
- पुद्दिचेरी नागरिक सेवा
- पुद्दिचेरी पुलिस सेवा
निष्कर्ष
इस लेख में हमने आपको बताया है की UPSC एग्जाम पास करके आपको किस तरह की नौकरी मिलेगी। यदि आपके पास इससे जुड़ा कोई प्रश् या जानकारी है तो कमेंट बॉक्स में कमेंट करके हमे ज़रूर बताएं।